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जानिए 40 की उम्र के बाद लेसिक सर्जरी को करवाना कितना है सुरक्षित !
लेसिक सर्जरी जोकि हर उम्र के लोगों के लिए तक़रीबन फायदेमंद मानी जाती है, तो वहीं इस सर्जरी को लेकर कुछ लोगों का ये सवाल भी सामने आया है की क्या 40 के बाद भी इस सर्जरी को करवाना फायदेमंद हो सकता है, साथ ही 40 के बाद करवाई गई इस सर्जरी के क्या फायदे हो सकते है, इसके बारे में भी आज के लेख में चर्चा करेंगे
क्या है लेसिक सर्जरी ?
- लेजर असिस्टेड इन-सीटू केराटोमिलेसिस (LASIK) सर्जरी चश्मे या कॉन्टैक्ट लेंस से मुक्ति पाने का सबसे बेहतरीन जरिया है।
- वहीं यह दुनिया भर में की जाने वाली सबसे लोकप्रिय दृष्टि सुधार प्रक्रिया है। जिन लोगों को पहले से कोई आंख की समस्या नहीं है, नियंत्रित रक्त ग्लूकोज स्तर, आंखों की शक्ति में स्थिरता और सामान्य पूर्व-लेसिक परीक्षण लेसिक के लिए उपयुक्त माने जाते है।
- लेसिक सर्जरी की बात करें तो ये आमतौर पर अलग-अलग प्रकार की दृष्टि समस्याओं के इलाज में काम आते है। इनमें निकट दृष्टिदोष (मायोपिया), दूरदर्शिता (हाइपरोपिया) और दृष्टिवैषम्य (एस्टिग्मैटिज्म) भी शामिल है।
- यह सर्जरी एक सामान्य प्रक्रिया है, जिससे लोग अपनी दृष्टि में सुधार कर सकते है।
- हालांकि, ज्यादातर 40 से ज्यादा उम्र वाले लोगों को यह जानना चाहिए कि लेसिक उनके लिए सुरक्षित है या नहीं।
अगर आप भी चश्में की समस्या से निजात पाना चाहते है, तो इसके लिए आप पंजाब में लेसिक सर्जरी का चयन करें।
क्या 40 के बाद लेसिक सर्जरी को करवाना फायदेमंद है या नहीं ?
- यदि आप लेसिक सर्जरी को 18 वर्ष से अधिक आयु के बाद करवाते हो तो आमतौर पर आपके लिए कोई भी चिंता का विषय नहीं है, लेकिन कभी-कभी, 40 वर्ष से अधिक आयु वाले लोग चिंता करते है कि क्या लेसिक सर्जरी उनके लिए सही विकल्प है या नहीं।
- तो आपको बता दे की जैसे-जैसे हम बड़े होते है, हमारी त्वचा और मांसपेशियों के अलावा हमारी आँखों में भी उम्र बढ़ने के लक्षण दिखाई देने लगते है। लेकिन इसके बाद भी 40 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए लेसिक सर्जरी बिलकुल सुरक्षित है।
- इस प्रक्रिया की सफलता दर बहुत ज्यादा है और इसे बहुत सुरक्षित माना जाता है। इसका मुख्य कारण यह है कि बढ़ती उम्र के साथ हमारी आंखों की रोशनी कम होने लगती है और हम प्रेसबायोपिया भी विकसित कर सकते है। यह तब होता है, जब आंख का लेंस पास की वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाता है।
40 के बाद इस सर्जरी को करवाना सुरक्षित है या नहीं इसके बारे में जानने के लिए आप पंजाब में आंखों के स्पेशलिस्ट डॉक्टर का चयन जरूर से करें।
40 के बाद लेसिक सर्जरी के क्या है फायदे नज़र आते है ?
- लेसिक के बाद आपको चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस पहनने की जरूरत नहीं पड़ती।
- सर्जरी से जीवन में बाद में मोतियाबिंद होने की संभावना भी कम हो सकती है।
- यह आपकी दृष्टि में सुधार कर सकती है।
- आंखों की लेसिक सर्जरी अपेक्षाकृत तेज और दर्द रहित है।
- इसके नतीजे स्थायी है।
- यह जटिलताओं की कम दर के साथ बहुत ही सुरक्षित प्रक्रिया के रूप में जाना जाता है।
जोखिम क्या नज़र आते है, लेसिक सर्जरी के?
- इसके जोखिम में सबसे पहले व्यक्ति को सूखी आँखों की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा सूखी आंखें असुविधा और धुंधली दृष्टि का कारण भी बन सकती हैं।
- इस सर्जरी को करवाने के बाद अगर आप अंधेरे कमरे से अचानक उजाले की तरफ आते है तो आपको चकाचौंध जैसा दिखाई दे सकता है।
- यदि 40 साल से ज्यादा उम्र के मरीज इस सर्जरी का चयन करते है तो उनकी दृष्टि में कम या ज्यादा सुधार के कारण उन्हे अन्य लेजर उपचार की जरूरत हो सकती है।
वापसी लेसिक सर्जरी के सबसे जटिल जोखिम कारकों में शामिल है, जिसमें मरीज की दृष्टि समय के साथ खराब होने लगती है। और साथ ही बुजुर्ग मरीजों में यह जटिलता ज्यादा होने की संभावना हो सकती है।
सुझाव :
अगर आप 40 की उम्र के बाद इस सर्जरी का चयन करने जा रहें है तो सबसे पहले इसका चयन करने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह ले। उसके बाद आप इस सर्जरी को मित्रा आई हॉस्पिटल से भी करवा सकते है।
निष्कर्ष :
40 के बाद आप चाहे तो इस सर्जरी का चयन कर सकते है, और इस सर्जरी के ज्यादा जोखिम भी नहीं है, लेकिन ध्यान रहें इस सर्जरी को करवाने के लिए आप किसी बेहतरीन आँखों के स्पेशलिस्ट डॉक्टर का चयन करें। इसके अलावा इससे संबंधित और जानकारी हासिल करने के लिए आप ‘मित्रा आई हॉस्पिटल’ से भी जानकारी हासिल कर सकते है।