केराटोकोनस क्या है और इसके मुख्य लक्षण कौन-से है?
अगर आपके कॉर्निया के आकार में काफी परिवर्तन आ गया है, जो अब गुम्बद के बजाय शंकु की तरह दिखाई दे रहा है तो इससे आपके दृष्टि की नज़र कम होने की संभावना कम हो सकती है | इस समस्या के उपचार में चश्मे या कांटेक्ट से लेकर कॉर्निया ट्रांसप्लांट तक शामिल होते है | कई मामलों में केराटोकोनस जैसी समस्या होने के कारण निश्चित नहीं होते | आइये जानते है केराटोकोनस समस्या के बारे में :-
मित्रा आई हॉस्पिटल एंड लासिक लेज़र सेंटर के सीनियर डॉक्टर हरिंदर मित्रा ने अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक वीडियो द्वारा यह बताया की केराटोकोनस एक ऐसा आई डिसऑर्डर होता है जिसमे आंखों के सामान्य गोल कॉर्निया बाहर की तरफ उभकर शंकु के आकर में नज़र आने लगता है | कॉर्निया आंखों के सामने वाली सतह का स्पष्ट और मध्य भाग होता है, जो आंखों की सुरक्षा करने में और स्पष्ट दृष्टि के लिए ध्यान केंद्रित करने में सहायक होता है |
यह समस्या आमतौर पर नेत्र देखभाल प्रदाता द्वारा आपके किशोरावस्था या फिर 20 से 30 की उम्र के दौरान पता लगता है, हालंकि केराटोकोनस बचपन में भी शुरू हो सकता है | कॉर्निया के आकार में बदलाव कई वर्षो में होता है, लेकिन आजकल युवा लोगों में यह समस्या बहुत तेजी से बढ़ता है |
केराटोकोनस मुख्य लक्षण और कारण क्या है?
इसके मुख्य लक्षण है:-
- दोनों आँखों में दृष्टि का ख़राब होना |
- आंख में दोहरी दृष्टि का दिखाई देना |
- चमकदार रोशनी के चारों ओर प्रभामंडल का दिखाई देना |
- प्रकाश के प्रति फोटोफोबिआ होना आदि |
इसके मुख्य कारण क्या है :-
केराटोकोनस के काफी हद तक कारण अज्ञात ही होते है | एक शोध से यह पता चला है की केराटोकोनस की समस्या परिवार से ही चला आता है और साथ ही यह समस्या उन लोगों में अधिक होती है, जो कुछ खास चिकित्सा स्थितियों से पीड़ित होती है | यह जरुरी नहीं होता की आंख लगी को चोट या फिर कोई बीमारी से ही केराटोकोनस की समस्या हो, क्योंकि ज़्यादातर मामले में केराटोकोनस समस्या होने के कुछ खास वजह नहीं होते |
केराटोकोनस समस्या का उपचार कैसे करें ?
यदि आपको यह लगता है की आप भी इस समस्या से जूझ रहे है तो बेहतर है कि समय रहते आप किसी अच्छे नेत्र चिकित्सक के पास जाकर इस समस्या का उपचार कराएं, अगर देरी हुई तो यह समस्या आगे जाकर बहुत बड़ी बीमारी का कारण भी बन सकता है | इसके लिए आप मित्रा आई हॉस्पिटल एंड लासिक लेज़र सेंटर से परामर्श भी कर सकते है, इस संस्था के डॉक्टर हरिंदर मित्रा ऑप्थल्मोलॉजिस्ट में एक्सपर्ट है, जो आपको इस समस्या से छुटकारा दिलाने में आपकी मदद कर सकते है |